डॉ. वासिफ क़ाज़ी
अन्तरा शब्दशक्ति और मेरे अनुभव किसी ने ठीक ही कहा है – लेखक एवं कवि को बनाया नहीं जा सकता, किसी प्रयोगशाला में सृजित नहीं किया जा सकता । लेखक, जन्मजात होता है अंतर्मन के भावों को शब्दों के माध्यम से अभिव्यक्ति देकर समाज में वो अपना अमूल्य योगदान दे सकता है । मेरी साधारण…