अन्तरा शब्दशक्ति और रचनाकारों के अनुभव

अलख निरंजन प्रसाद सिन्हा

अंतरा शब्द शक्ति और मेरा अनुभव अंतरा शब्द शक्ति से मेरा पहला परिचय फेसबूक पर हुआ। मुझे जनवरी 2019 में संस्था द्वारा आयोजित दिल्ली में पुस्तकों के विमोचन कार्यक्रम में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त हुआ जिसमें सबसे छोटी प्रतिभागी मेरी नातीनी आस्था दीपाली की पुस्तक ‘जादू की छड़ी’ का विमोचन हुआ था। संस्था के…

डॉ. वासिफ क़ाज़ी

अन्तरा शब्दशक्ति और मेरे अनुभव किसी ने ठीक ही कहा है – लेखक एवं कवि को बनाया नहीं जा सकता, किसी प्रयोगशाला में सृजित नहीं किया जा सकता । लेखक, जन्मजात होता है अंतर्मन के भावों को शब्दों के माध्यम से अभिव्यक्ति देकर समाज में वो अपना अमूल्य योगदान दे सकता है । मेरी साधारण…

मीनाक्षी सुकुमारन

अन्तरा शब्दशक्ति और मेरा अनुभव सब से अहम बात जो अन्तरा-शब्दशक्ति के माध्यम से हुआ है वो है साझा संग्रह की प्रथा को तोड़ते हुए अपनी निजी पुस्तकों का प्रकाशन जिस से हर एक को अवसर मिला अपनी खुद की पुस्तक प्रकाशित होने का जो एक गर्व की बात है। इस तरह निरंतर अन्तरा-शब्दशक्ति डॉ…

मीना विवेक जैन

अंतराशब्दशक्ति और मेरा अनुभव आज मैं जो कुछ भी हूँ, जितनी भी हूँ और अपनी रचनात्मक उपलब्धियों के जितने भी स्वाद मैंने चखे हैं उसके पीछे अंतराशब्दशक्ति मंच का बहुत बडा योगदान रहा है, अंतराशब्दशक्ति से मुझे जीवन में एक सुनहरा मौका मिला अपने अंदर की रचनात्मक भावनाओं को सबके सामने लाने का, अंतरा में…

मनोरमा रतले

अंतरा शब्द शक्ति और मेरा अनुभव अंतरा जो अंतर मिटा दे..नये पुराने में ,कनिष्ठ वरिष्ठ में.. सच..अनमोल वो पल थे ..और है..और रहेगे।अंतरा नव रचनाकारो को नया जीवन या ये कहे इसने नई दिशा दी है कलमकारो को सही रूप में मान दिया है..क्योंकि जो नये है जिनने अभी अभी कलम संभाली और लोगो ने…

माधुरी मिश्रा

अन्तरा शब्दशक्ति- एक पुष्प वाटिका अंतरा शब्द शक्ति से मेरा परिचय बेटी शुभ्रा ने कराया। उसका सदस्य बन कर मुझे कुछ ऐसा लगा, जैसे उस ने कमरे की बगीचे वाली खिड़की खोल दी, और बोल रही है–” देखो मां कितने सुन्दर-सुन्दर फूल खिले हैं बगीचे में।” सच में अंतरा शब्द शक्ति रंग बिरंगे पुष्पों से…

कृति गुप्ता

अन्तरा शब्दशक्ति और मेरा अनुभव क्या आपने कभी भीषण तपती दोपहरी में चलते चलते अचानक एक घना फलदार वृक्ष मिलने की ख़ुशी और तृप्ति अनुभव की है? कंक्रीट के जंगलों जैसे महानगरों की तन और मन को जला दे, ऐसी भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में लेखन मेरे लिए घनी छाया समान है और वह वृक्ष है…

किरण मोर

अंतरा शब्द शक्ति और मेरा अनुभव लेखन क्षमता तो स्कूल के समय से रही, पर शायद मैं इससे अनभिज्ञ थी। लेखन के प्रति रुझान भी था पर इसे मैं शायद अपने खाली समय को व्यतीत करने का एक जरिया मानती थीऔर यूं ही डायरी में मन के कुछ खट्टे मीठे, कड़वे और कुछ सुख दुख…

कैलाश बिहारी सिंघल

अन्तरा शब्दशक्ति और मेरे अनुभव अंतरा शब्दशक्ति एक साहित्यिक परिवार है, जिसमें स्थापित रचनाकारों के साथ नवोदितों के लिए साहित्य सृजन के नित नए द्वार खुल रहे है, नवोदितों को प्रोत्साहित करने के साथ साथ उनमें सृजन की बारीकियों से रूबरू करवाना, नित नए साहित्यिक प्रयोग, जैसे कहानी, संस्मरण, गद्य, शब्द युग्म, गीत ग़ज़ल,कविताएं आदि…

डॉ. हेमा पाण्डेय

अन्तरा शब्दशक्ति और मेरा अनुभव “हजारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पे रोती है, बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदा।” ये लाइनें अंतरा शब्द शक्ति के ऊपर पूरी तरह चरितार्थ होती है। उसने साहित्यिक क्षेत्र में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज की है। उसका योगदान सराहनीय है। हर व्यक्ति में कुछ न कुछ प्रतिभा…

डेज़ी जुनेजा

अंतरा शब्द शक्ति और मेरा अनुभव सादर नमन एक सपना सा लगता है… कभी सोचा नहीं था की ये मुक़ाम भी मेरी ज़िंदगी में आएगा। कुछ हुनर होते है हम सब में, पर हम बेख़बर होते है। कुछ ऐसा ही मेरे साथ भी हुआ। शायद हम सब में कुछ ऐसे अनकहे शब्द होते है जो…

देवयानी नायक

अन्तरा शब्द शक्ति सम्मान और यादें अंतरा शब्द शक्ति सम्मान सन् २०१८ तारीख की घोषणा जैसे ही सर्वविदित हुई मन मयूर नाच उठा कि चलो लंबे समय की घडियाँ गिनती में परिवर्तित हो चुकी है। मैं भोपाल में आयोजित “अन्तरा शब्द शक्ति सम्मान” 2017 की यादें कभी भी नहीं भूल सकती। उन यादों में मीठी…